मुहड़ालटखु (उपसर्ग)
मुहड़ालखु आ बकओटा तली एकदा एकअम बक ही मुंहड़ा नू बरअर अदि घी मनेन बदल 'ई मलता बिहइत ओंदरई (उपसर्ग वह शब्दांश है जो किसी शब्द के पहले आकर उसके अर्थ में परिवर्तन या विशेषता लाता है ।) एकासे का -मल, बे,अनमल + कोड़े =मलकोड़े मल+दव= मलदवबे+ मने =बेमनेअन+पच=अनपच
मुंज्जालटखु (प्रत्यय)
एका बकओटा बक ही मुंज्जा नू बरई, अदिन मुंज्जालटखु बअनर। (जो शब्दांश शब्दों के बाद लगाये जाते हैं, उन्हें प्रत्यय कहते हैं)एकासे का- इम,ना, यर,ओम आलस + इम = आलासिमआद + इम = आदिमकम+ना= कमनाबड़ी+यर= बड़ीयरकम+ओम=कमओम
अन्य पढ़े
पिंज्जका (संज्ञा) के बारे में पढ़े|
मेद (लिंग) के बारे में पढ़े|